akshaansh aur deshaantar notes in Hindi | Latitude and longitude.
दोस्तों आज हम आपके लिए akshaansh aur deshaantar notes in Hindi में लेकर आए है , जो Competitive exams के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है |
इस akshaanksh aur deshaantar notes in Hindi में ऐसे Topics पर फोकस किया गया है जो Competitive exams की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है | इस नोट्स को तैयार करने में विभिन बुक्स का प्रयोग किया गया है जिससे आपको एकदम सही और सटीक जानकारी प्रदान कराई जा सके , और जो आपके Competitive exams के लिए उपयोगी साबित हो |
akshaansh aur deshantar (अक्षांश और देशान्तर )-
दूसरे शब्दों में , भूमध्य रेखा से एकसमान कोणीय दूरी वाले स्थानो को मिलाने वाली रेखा को अक्षांश रेखा कहते है |
भूमध्य रेखा 0 डिग्री अक्षांश रेखा है अत: इस पर स्थित सभी स्थानों का अक्षांश 0 डिग्री होगा |
भूमध्य रेखा के उत्तर में स्थित अक्षांशो को उत्तरी अक्षांश तथा दक्षिण में स्थित अक्षांशो को दक्षिणी अक्षांश कहते है
दो क्रमश: स्थित अक्षांशो के मध्य की दूरी 111 km होती है |
भूमध्य रेखा के उत्तर में 23 डिग्री 30 मिनट अक्षांश रेखा को कर्क रेखा तथा दक्षिण में स्थित 23 डिग्री 30 मिनट अक्षांश रेखा को मकर रेखा कहते है |
भूमध्य रेखा के उत्तर में स्थित 66 डिग्री 30 मिनट रेखा को आर्कटिक वृत्त तथा दक्षिण में स्थित 66 डिग्री 30 मिनट रेखा को अंटार्कटिक वृत्त कहते है
कुल अक्षांश रेखा= 90+90+1=181
अगर 90 डिग्री उत्तरी अक्षांश और दक्षिणी अक्षांश को बिंदु मान ले तो कुल अक्षांशो की संख्या 181-2=179
संक्रांति- सूर्य के उत्तरायण और दक्षिणायन की सीमा को संक्राति कहते है
कर्क रेखा निम्न देशो से हो के गुजरती है – ताइवान ,चीन,म्यामार ,बांग्लादेश ,भारत ,ओमान ,सयुक्त राज्य अरब, सऊदी अरब, मिस्र, लीबिया, अल्जीरिया, माली, मरितानिया, प. सहारा ,बहामास और मैक्सिको
मकर रेखा निम्न देशो से होकर गुजरती है – चिली, अर्जेंटीना, पराग्वे, ब्राज़ील, नामीबिया, बोत्सवाना , दक्षिण अफ्रीका , मोजाम्बिक, मेडागास्कर, ऑस्ट्रेलिया
विषुवत रेखा निम्न देशो से होकर गुजरती है – इक्वाडोर, कोलंबिया, गैबान, कांगो गणराज्य, लोकतान्त्रिक कांगो गणराज्य युगांडा ,केन्या , सोमालिया, मालदीव ,इंडोनेशिया, किरिबाती
अफ्रीका मात्र ऐसा महाद्वीप है जहाँ से कर्क रेखा मकर रेखा तथा विषुवत रेखा तीनो गुजरती है
देशांतर रेखा –उत्तरी तथा दक्षिणी ध्रुव को मिलाने वाली काल्पनिक रेखा को देशांतर रेखा कहते है | देशांतर रेखाओ की लम्बाई बराबर होती है ये रेखाए समान्तर नही होती है ये रेखाए उत्तरी तथा दक्षिणी ध्रुव पर जाकर मिल जाती है ध्रुवो से विषुवत रेखा पर बढ़ने पर देशांतरो के बीच की दूरी बढती जाती है तथा विषुवत रेखा पर अधिकतम 111.32 km होती है
देशांतर रेखाओ को एक सामान होने के कारण इसकी गणना में कठिनाई थी इसीलिए सभी देशो ने सर्वसम्मति से यह निश्चित किया कि ग्रीनविच वेधशाला से गुजरने वाली देशांतर रेखा से गणना शुरू की जानी चाहिए | अत: इसे हम प्रधान मध्यान रेखा कहते है इस देशांतर का मान 0 डिग्री है इससे हम 180 डिग्री पूर्व तथा 180 डिग्री पश्चिम देशांतर की गणना करते है | प्रधान रेखा के बायीं ओर की रेखाए पश्चिमी देशांतर और दाहिनी ओर की रेखाए पूर्वी देशांतर कहलाती है , ये क्रमशः पश्चिमी तथा पूर्वी गोलार्ध कहलाते है
180 डिग्री पूर्व तथा 180 डिग्री पश्चिम देशांतर एक ही रेखा है
कुल देशांतर रेखाओ की संख्या -360
पृथ्वी 360 डिग्री घूमने में 24 घंटे का समय लेती है
1 डिग्री घूमने में लगा समय =[Equation] = 4 मिनट
0 डिग्री अक्षांश और 0 डिग्री देशांतर एक दूसरे को अटलांटिक महासागर में काटती है
अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा – 180 डिग्री देशांतर को अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा कहते है क्योकि इस रेखा के दोनों ओर तिथियों में एक दिन का अंतर होता है
जब इस रेखा को पश्चिम की ओर लांघते है तो एक दिन कम किया जाता है और जब पूर्व की ओर लांघते है तो एक दिन बढाया जाता है
समय जोन व मानक जोन – विश्व को 24 समय जोनों में विभाजित किया गया है , इन जोनों को ग्रीनविच मीन टाइम व मानक समय में एक घंटे के अन्तराल के आधार पर विभाजित किया गया है अर्थात प्रत्येक जोन 15 डिग्री के बराबर है
भारत में 82.5 डिग्री पूर्वी देशांतर को मानक समय माना गया है जो इलाहाबाद के निकट मिर्जापुर से गुजरती है यह समय ग्रीनविच मीन टाइम से 5.5 घटे आगे है |